हॉड्रोपोनिक,मुरघास/सायलेज/अचार, ईन चारो की पूरी जानकारी भाग -3.
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| Murgrass. |
दोस्तो आज हम जानेगे मूरघास/सायलेज बनाने का तरीका और ऊस्से होनेवाले फायदे नूकसान के बारे मे,अगर आपने हमारे भाग 1,2 को नही देखा तो जरूर देखे .
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| मुरघास. |
तो चलो दोस्तो मूरघास के बारे मे कूच जान लेते है,मूरघास ये ऐसि चिज है जो हमे हर त्रू्तुमे हमे हरा चारा और पोष्टिक चारा प्रदान करके दे सकता है जिन पशु पालको के पास हरे चारे कि समस्या है ऊणके लिये तो सायलेज वरदान ही है ,ईस चारेमे दूध बडाने की भी शमता होती है,पशूवो के लिये पोष्टीक होता है,45 दिनो मे आपके पशूओ के खाने योग्य बनके तंय्यार हो जाता है,बस ईसमे हवा और पाणी ना जाये ईसका पूरा खयाल रकना होता है,
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| Murgrass processing. |
*मूरघास /सायलेज कैसे तंय्यार करे :-
सायलेज तंयार करने के लिये ज्वारि,मका,हरा गवत,बाजरा,बरसिम ईत्यादी चारा फसलो का ईस्तेमाल कर हम मूरघास तंयार कर सकते है,
पंजाब हरीयाना मे ईस को पशू आचार के नाम से बी जाना जाता है,
हमारे पास कितना पशूधन है ऊस हिसाब से हमे सायलेज निर्मान के लिये खड्डे का निम्रान करना चाहीये ,
10*10*12 जगहा मे 400/450 क्युटल चारा बैठता है,
सायलेज निम्रान के लिये हमे आयत या गोल किसम का खड्डा करना चाहिये,
सायलेज निम्रान के लिये फसल की कटायी करने का सबसे अच्छावक्त सबेरे का वक्त अंच्छा माना जाता है ऊस वक्त चारे मे गिलापन जादा होता है, और वो सायलेज निम्रिती के लिये ऊपयूक्त माना जाता है,
खेत से निकाले चारे कि कूट्टी बना ले ,
सायलेज के लिये तंयार किये गड्डे मे प्लॉस्टीक पूरी तरहां से फैला ले जैसे कि आप पहीले फोटो मे देख रहे हो,
और कूट्टी मशिन के द्वारे ऊस चारेकी कूट्टी करके ऊस खड्डे मे दाल ले,
कूट्टी खड्डेमे दालते वक्त थोडि थोडी मात्रा मे ,गूड के द्रावन फवारनि करते रहे और साथ मे ऊसि मात्रा मे यूरिया कि फवारनी करते रहे ये फवारनि कूट्टी खड्डे मे दालने के साथ सूरू करे और तब तक थोडी थोडी मात्रा मे दालते रहे जबतक कूट्टी खंड्डे मे डालना खतम ना होजाऐ, खड्डा भर जाने के बाद ट्रॉक्टर से या रोलर से ऊस चारे रो अच्छी तरा घूमाले जिस्से की ऊसमे हवा या पानि ना रह पासे ,हवा पानि रहने से ऊस सायलेज को फंगस आने रा खतरा रहता है ,और आपकि पूरी मेहनत खराब होनेका और पशू अगर फंगस वाला चारा खाले तो पशू मर बी सकते है ,ईस बात का पूरा ध्यान दे,
खंड्डा बन करते वक्त ईस बात का ध्यान दे कि हवा थोडी बहोत भी अंदर रहना जाये,अगर हवा अंदर रह गयी तो आपका सायलेज पूरी तरहासे खराब हो सकता है,
मूरघास तंयार करते वक्त 1 टन मूरघास तंयार करने के लिये 10 लिटर मोलासेस का वापर करे जिस्से मूरघास को अच्छी चव आयेगी ,और पशू ऊसको मजे से खाऐ,
मूरघास तंयार करते समय 1 टन चारे के लिये 1कि लो खनिजदव्र का वापर करे,लॉक्टोबॉसिलस 500 मिली का वापर करे,
गोबर तथा मिट्टी,और प्लॉटीक के ईस्तेमाल से खड्डे को हवाबंद करदे,
मूरघास तंयार होने के लिये 45 दीन से 2महीने का कालावदी लगता है,
मूरघास गायो के लिये 20 के.जी,
बैलोके लिये 15 के.जी तथा गायके बच्चो के लिये 5 के.जि का ईस्तेमाल करे,
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| Murgrass processing. |
*मूरघास के फायदे :-
साल भर पशूवो के लीये प्रोटिन यूक्त हरा चारा मिलता है,दूध मे बडोतरी होति है ,पशू ओके हरे चारे के समस्या से संपून्र समाधान मिलता है,सात ही पशू खाद्य पे खच्र बी कम हो जाता है और पशू बि स्वॉस्त रेहता है ,कोयी साईड ईफेक्ट नही,दोस्तो आप ईसका ईस्तमाल कर हरे चारे के समस्या को पूरी तरहा खतम कर सकते हो,
दोस्तो हमने ईस भाग 3 मे आपको मूरघास चारे की जानकारी देने की पूरी कोशिष की , जिस्से की आपको जादासे जादा फायदा हो.





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